यह महास्तोत्र अत्यन्त कठिन परिस्थिति तथा घोर संकट में साधक की रक्षा करता है। परप्रयोग, ग्रहपीड़ा, प्रेतबाधा, शत्रुपीड़ा, सर्वभय, असाध्य-रोग, कोर्टकचहरी तथा ग्रह-पीड़ा से साधक को मुक्ति मिलती है। हनुमानजी उग्र देवता के रूप में जाने जाते हैं। अतः इनकी उपासना योग्य गुरु के सरंक्षण में ही करनी चाहिये।
For mantra diksha and sadhana guidance by Shri Raj Verma ji call on +919897507933,+917500292413 or email to mahakalshakti@gmail.com
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